गुड आफ्टर नून सर, मैं 'लेलो जी लेलो जी लेलो बैंक' से बोल रही हूँ .. सर हमारी कंपनी ने नया प्लान निकाला है सिर्फ़ पंद्रह सौ रुपये के डाउन पेमेंट पर आप कार ले सकते है बाकी की रकम आसान किश्तो में.. इतना ही नही सर..
एक मिनिट मैडम एक मिनिट अब हम कुछ बोले, ये क्या है आप हमे फोन लगाते ही शुरू हो गयी अरे भई कम से कम पूछ तो लिया करो की सामने वाला सुनना चाहता भी है या नही.. फोन लगा नही की शुरू हो गये बस.. अरे सर आप तो नाराज़ हो गये मुझे लगा था की आप बहुत बिज़ी होंगे तो फालतू में हाय हैलो में टाइम वेस्ट करने से अच्छा है फटाफट बात कर ली जाए... वैसे तो हम अपनी रज़ाई की दुकान पर तकिया लगाकर लेटे हुए थे लेकिन बिज़ी सुनकर हम में भी जोश आ गया.. हम भी अपनी रा. ऊ. मा. वि. की इंग्लिश में बोले या या मैडम यू आर राइट. प्लीज़ स्पीक नाउ.. थॅंक यू सर वो बोली.. सर आप हमारी कंपनी से लोन ले लीजिए और खरिदिये अपने सपनो की कार.. सपनो वाली कार ! अव्वल तो हमारे घर के मच्छरो ने हमे कभी सोने नही दिया और जब कभी ग़लती से आँख लग भी गयी तो अपने सपनो में कार तो कभी आई नही हा साहूकार ज़रूर आ जाते थे और डराते भी थे.. हम बोले जी कार वार तो हमको लेनी नही.. आप किसी और को फोन करिए..
वो बोली अरे सर कार नही लेनी तो कोई बात नही आप भाभी जी के लिए बॅंकाक की ट्रिप बुक करवा दीजिए.. हमारी बॅंक उस पे भी लोन देती है .. और इंट्रेस्ट रेट भी कम है हमने कहा हा इंट्रेस्ट तो हमारा भी थोडा कम है वहा जाने में.. नही नही सर आप समझे नही मैं ब्याज की बात कर रही हू.. ब्याज !!! हम गद्दी से उछल पड़े.. ये किस मनहूस का फोन आया है आज.. ये क्यो ऐसे डरावनी बाते कर रही है.. हमने कहा मैडम लगता है आपने कोई ग़लत नंबर मिला दिया है.. हम तो असल ही नही चुका पाते ब्याज क्या चुकाएँगे.. वो हँसी और बोली सर डोंट वरी ब्याज निकालना तो हमारा काम है.. हमारे रिकवरी एजेंट आदमी की खाल उधेड़कर भी माल निकाल लेते है.. पर आप घबराईए नही आप तो सज्जन पुरुष है आपके साथ वो ऐसा नही करेंगे.. आप तो ले लीजिए लोन..
हमे तो ये लड़की कोई जिन्न पिशाच मालूम होती है पीछे ही लग गयी है.. कैसे पीछा छुड़ाए इससे.. हमने कहा मैडम हमारे पास तो पासपोर्ट ही नही हम कही नही जा सकते.. वो बोली सर कोई बात नही जब तक पासपोर्ट बनता है आप भाभी जी को नयी ज्वेलरी दिला दीजिए.. हमारी बॅंक उस पर भी लोन देती है.. अरे भई हमको नही दिलानी ज्वेलरी... सोने के भाव देखे है आपने...सोने ही नही देते.. आप तो बस रहने दीजिए... मुझे माफ़ करिए.. अरे सर आप तो इतनी निराशाजनक बात कर रहे है जैसे आपने आई पी एल में टीम खरीदी हो और वो मैच हार गयी.. सर चिंता मत कीजिए आपकी हर दुखद घड़ी में 'लेलो जी लेलो जी लेलो बैंक' आपके साथ है.. आप तो एक काम करिए अपने लिए एक घर खरीद लीजिए हमारी बैंक उस पर भी लोन देती है.. अरे लेकिन हमारा तो पहले से ही मकान है जहा हम रहते है फिर भला दूसरा क्यो खरीदे.. वो बोली सर मैं कहा रहने के लिए बोल रही हू.. आप तो खरीद लीजिए बाद में बेच देना.. ये बात तो हमारे भेजे के ओवर ब्रिज से गुज़र गयी.. हमने कहा जब बेचना है तो खरीदे ही क्यू.. वो बोली मुनाफ़ा सर जी मुनाफ़ा.. आजकल तो सबको मुनाफ़ा चाहिए.. ये सुनते ही हमने सोचा की लो यहाँ तो सबको मुनाफ़ा चाहिए और एक हम है की दादाजी की दुकान पे दादाजी के जमाने के भाव पे रज़ाईया बेच रहे है,
हमने कहा लेकिन हम ज़मीन किसको बेचेंगे हम तो ये सब समझते नही है.. कही सस्ती बेच दी और मुनाफ़ा कम हुआ तो? वो थोड़ी आवाज़ को धीमे करके बोली डोंट वरी सर मैं हूँ ना मैं पार्ट टाइम प्रॉपर्टी का भी काम करती हूँ .. आप तो बस लोन ले लीजिए.. नही नही ये ज़मीन वमीन हमसे नही होता.. आप तो मुझे बक्श ही दीजिए.. वैसे भी मैं ज़्यादा बात करता हू तो थक जाता हू.. इतना सुनते ही वो बोली क्या बात करते हो सर लगता है आपको दमे की बीमारी है.. ये बहुत ख़तरनाक बीमारी है सर.. आदमी खांसता रहता है.. जल्दी थक जाता है.. चिड़चिड़ा हो जाता है. बीवी बच्चे उसे इग्नोर करते है.. धीरे धीरे वो दिल का मरीज़ हो जाता है.. यहाँ तक की उसकी जान भी जा सकती है.. इतनी सारी बीमारियो में खर्चा भी बहुत होता है.. सर आप एक काम क्यो नही करते आप मेडिकल लोन ले लीजिए हमारी बॅंक उस पे लोन देती है.. हे भगवान ..ऐसी बाते सुनकर मेरा दिल जोरो से धड़कने लगा.. मैं नीचे गिर गया.. मेरे बेटे ने आकर मुझपर पानी फेंका फोन पे वो लड़की अभी भी बोल रही थी, आवाज़ सुनकर मेरे बेटे ने फोन उठाया.. लड़की बोली अरे अंकल कहा गये.. कही मर तो नही गये.. अगर मर गये है तो गड़बड़ हो जाएगी.. वैसे भी आजकल अंतिम संस्कार में खर्चा बहुत होता है लेकिन आप चिंता मत करिए हमारी 'लेलो जी लेलो जी लेलो बैंक' उस पर भी लोन देती है..
badhiya hai ji.. :)
ReplyDeleteअरे अपनी टाई तो छोड़िये। ऑनलाइन आत्महत्या तो मत कीजिये! :)
ReplyDeletekisi ne kaha hai "kabhi kabhi thoda kharaab bhi likh lena chahiye" halaki aapka kharaab nahi hai...par..kuch garam masala kam tha ya shayad namak..ya mirch..wo to dhoondhna padega..par recipie se utna maza nahi aaya jitna har baar aata hai...
ReplyDeleteagli bar tooofani lekh ka intezar rahega..
likhte rahe..
हा हा हा
ReplyDeleteमज़ा आ गया.
बड़ा ही मारक व्यंग्य है.
और ऐसा कमोबेश सबके साथ होता है.
ha ha hameha ki tarah bahut hi mazedar:);)sahi
ReplyDeleteऐसे फोन करने वाले शुभचिंतकों की कमी नहीं है :-)
ReplyDeleteबहुत बढ़िया। मजा आ गया।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
ham to apna phone desh board par rakh kar full volume pe gana chalaa dete hai......
ReplyDeleteईश्वर ही बचाए ऐसी कॉल से :) बहुत ही सहीव्यंग लिखा है आपने कुश जी
ReplyDeleteआपने इस लोन गाथा के पीछे हँसने मुस्कुराने के पल दे दिए...धन्यवाद
ReplyDeleteकुश बाबू, हम भी अहा जिंदगी पढ़ते हैं.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लिखा है। हास्य व्यंग्य से रचना और भी प्रभाची बन जाता है।
ReplyDeleteहा हा!!
ReplyDeleteअंतिम संस्कार का लोन ठीक है. कम से कम चुकाने की टेंशन नहीं रहेगी. :)
मस्त है जी.
boss sach kah rahe ho aapane kya sahee kalpana kee सर आप एक काम क्यो नही करते आप मेडिकल लोन ले लीजिए हमारी बॅंक उस पे लोन देती है.. हे भगवान ..ऐसी बाते सुनकर मेरा दिल जोरो से धड़कने लगा.. मैं नीचे गिर गया.. मेरे बेटे ने आकर मुझपर पानी फेंका फोन पे वो लड़की अभी भी बोल रही थी, आवाज़ सुनकर मेरे बेटे ने फोन उठाया.. लड़की बोली अरे अंकल कहा गये.. कही मर तो नही गये.. अगर मर गये है तो गड़बड़ हो जाएगी.. वैसे भी आजकल अंतिम संस्कार में खर्चा बहुत होता है लेकिन आप चिंता मत करिए हमारी 'लेलो जी लेलो जी लेलो बैंक' उस पर भी लोन देती है..
ReplyDeleteBADHAI BEHATREEN OST KE LE
ये जो ले लो.......... बैंक का फोन हमको भी आया था। जब हमने लोन हेतु असमर्थता व्यक्त की ,कि हम ले तो लेंगे पर चुका नही पायेंगे। तब आवाज आई कोई बात नही,हम लोन का भी इंशोरेंस कर देंगे,कि आप चटक जाए तो हम चुका देंगे।
ReplyDeleteबढ़िया है जी।
ReplyDeleteये अहा ज़िंदगी का क्या इशारा कर गए घोस्ट बस्टर जी ! पढ़ते तो हम भी हैं जी...
waah bahut he achcha likha hai sir aur sabse achcha bank ka naam tha
ReplyDeleteha ha aha ah