कुछ बातें दिल की दिल मैं ही रह जाती है ! कुछ दिल से बाहर निकलती है कविता बनकर..... ये शब्द जो गिरते है कलम से.. समा जाते है काग़ज़ की आत्मा में...... ....रहते है........... हमेशा वही बनकर के किसी की चाहत, और उन शब्दो के बीच मिलता है एक सूखा गुलाब....
Wednesday, November 5, 2008
21 22 23 और ये 24... पूरी 24
21 22 23 और ये 24... पूरी 24
पूरी दस
उहु! दस नही 24
24 नही दस..
क्या दस?
तुम्हारी ऊंगलिया..
नही 24 मोमबत्तिया.. जो मेरी ऊंगलियो में है..
मैने तो ऊंगलिया गिनी है पूरी दस है..
सिर्फ़ ऊंगलिया मत गिनो.. शादी के दिन भी गिनो..
उफ़! ग़लती करदी गिनके
क्या शादी के दिन?
नही ऊंगलिया..
ग़लती तो मैने की जो कब से मोमबत्तिया लगा रही हू तुम्हारे केक पर..
इन से रोशनी नही होगी..
तो फिर?
तुमसे होगी!
मतलब?
मतलब ये की पच्चीसवी मोमबत्ती तुम मेरे घर पर जलाना..
अरे वाह! क्या रोशनी हुई है.. सारी मोमबत्तिया जल गयी...
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प्यार की रौशनी से घर जगमगाता ही है.प्यार से कट जाए तो साल २५ हो या ५०,समय का पता ही कहाँ चलता है.बहुत खूब कहा आपने.
ReplyDeleteवाह क्या तरकीब है
ReplyDeleteबहुत सुंदर ख्याल है ! शुभकामनाएं !
ReplyDeleteपचीसवी मोमबत्ती की अग्रिम शुभकामनाएं.
ReplyDeleteप्यार के कुछ पल ही ज़िन्दगी जीने के अंदाज़ को बदल देते हैं ..बहुत अच्छा लिखा है आपने कुश ..शुभ कामनाएं
ReplyDeleteएक साल ओर कम हो गया मेरी उम्र से..........खैर रौशनी ही रौशनी है ...मोमबत्तिया अब तक जगमग कर रही है
ReplyDeletecandles chahe jitni bhi rahe pyar barkarar rahe,belated birthday wishes bhi:)
ReplyDelete@अरे वाह! क्या रोशनी हुई है.. सारी मोमबत्तिया जल गयी...
ReplyDeleteसुंदर.
एक तरुण जैन संत ने कहा है, मोमबत्तिया बुझानी नहीं चाहियें. आपके गीत में बुझाने कि बात नहीं इस के लिए वधाई.
हरदम ऐसा ही रोशन जगमग आपका जहाँ रहे. मोमबत्तियों की जगमगाहट बनी रहे. शादी जल्दी से हो जाये-और क्या क्या शुभकामना दूँ. सब खुशियाँ मिल जायें तुम्हें. जन्मदिन मुबारक!!
ReplyDeleteजगमगाती पोस्ट!
ReplyDeleteजन्म दिन पर इससे अच्छी कविता क्या हो सकती है। इन शब्दों में प्रगाढ़ प्रेम मानों छलकने को हो रहा है'
ReplyDeleteइन से रोशनी नही होगी..
तो फिर?
तुमसे होगी!
बिल्कुल सही जा रहे हो, बच्चा..
ReplyDeleteइशारा साफ़ है, इतने ठलुओं को क़ाफ़ी पिला चुके हो
अब जा कर उनका चाय का बुलावा मंज़ूर कर लो
जन्मदिन की मुबारकाँ
शानदार, लाजवाब.....सही मायनों में यह आपकी तरफ़ से हम सबको "जन्मदिवस का तोहफा" है.
ReplyDeleteकेक पर मोमबत्तियाँ लगाने वाली को आशीर्वाद कि अगले साल कुश उनके घर में मोमबत्ती जलाएँ... जन्मदिन मुबारक...
ReplyDeleteशुभकामनाएं शुभकामनाएं शुभकामनाएं शुभकामनाएं
ReplyDeleteशुभकामनाएं शुभकामनाएं शुभकामनाएं शुभकामनाएं
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ठीक है पूरे २४ बरस की
और ये रही अगले के लिए
शुभकामनाएं शुभकामनाएं शुभकामनाएं शुभकामनाएं
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Above muliplied by 50,000
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ReplyDeleteKush ..bahut bahut badhayee aur shubh kamnayen-
ReplyDeleteishwaar se prathna karti hun ki tumhari har ichchha poori ho--aur 25vin mombatti agle janamdin par tumahre ghar par 'WOhi' jalaye...
'Jis ki 'muskaan bhar se --saari mombattiyan jal utheen!
aisa ujaala hamesha tumhare ghar mein rahey..
[tumhara blog page to bahut hi sundar aur sanwraa hua hai..har cheez jaise ek dum vyavsthit..]
जगमगातीँ रहेँ...
ReplyDeleteखुशियाँ चारसू
दुआ बनकर छातीँ रहेँ
सालगिरह और जश्ने बहाराँ
आबाद रहे कुश भाई और ..
मोमबतियाँ जलीँ रहेँ ..
उजाला बना रहे !!
- लावण्या
आमीन कुश.. आमीन..
ReplyDelete25वीं घर पर साथ ही मनाना.. :)
bahut hi man-mohak ehsaas bahut sundar......
ReplyDeleteबाकि लोगों ने जैसा कहा उसके अलावा कुछ छिपा हुआ अर्थ भी मालूम पड़ा मुझे..
ReplyDeleteहम्म... अगले साल घर पर ही मनेगी और क्या! बीच में हम पार्टी का इंतज़ार करेंगे :-)
ReplyDeletehmmm.... aapki mombattiyo ke bich hamesha ekta bani rahe ...... :) ...badhai...
ReplyDeleteबधाई, बहुत बहूत बधाई।
ReplyDeleteपर मूझे तो बूलाए ही नही :(
बहुत बहुत बधाई ....और हमें भी इंतज़ार है आपके पच्चीस्वे जन्मदिन का!
ReplyDeleteकुश भाई, बहुत सुंदर लिखते है। मैं तो आपके बलॉग में खो सा गया हूँ। कैसे इतना सुंदर बना दिया, गज़ब का लग रहा है। बस एक ‘डोमेन नेम’ की कमी हैं, कुछ टिप्स प्रकाशित करिये पेज को संशोधित करने के बारे मे। हमारे ब्लॉगों पर भी विचरण करते रहिए, आपका हार्दिक स्वागत है। http://rapidsharefzd.blogspot.com, http://mastkalamkimasti.blogspot.com,http://www.betabkikalam.blogspot.com,
ReplyDeleteबारात में चलेंगे हम भी .
ReplyDeletejanmdin ki dher saari shubhkaamnayen avem yeh bhi kahungi ki bahut hi pyaar aur anuraag se bhari hai aapki abhivyakti.........
ReplyDeleteजन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। जल्द ही 25वीं भी आए इंतजार है भई।
ReplyDeleteबधाई बल्कि डबल बधाई
ReplyDeleteक्योंकि मुझे विवेक सिंह की बात समझ में आई
soft, soft si hey!!
ReplyDeletekafi romantic bhi hey!
good!
बहुत दिनों से आप के ब्लॉग पर आना नहीं हुआ...नतीजा ऐसी शानदार पोस्ट से इतने दिन दूर रहा...बहुत खूब लिखा है आपने...बहुत खूब माने बहुत ही खूब...वाह
ReplyDeleteनीरज