Thursday, June 7, 2007

"कोशिश........."

कोशिश करता हू
गिर जाता हू..
फिर करता हू
फिर गिरता हू..
रुकता नही हू
गिरता हू
संभलता हू
ग़ुस्से से थोड़ा
मचलता हू
फिर सोचता हू
कुछ पाना है मुझको
लंबी साँस भरता हू
फिर कोशिश करता हू
गिर जाता हू
फिर करता हू
फिर गिरता हू.....

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वो बात कह ही दी जानी चाहिए कि जिसका कहा जाना मुकरर्र है..